Monday, April 26, 2021

ना बेड ना ऑक्सीजन ना दवा, ब्लैक मार्केट में जिंदगी की बोली, टूटती सांसों के लिए कौन है जिम्मेदार ?

नई दिल्ली, अप्रैल 26: हर दिन हजारों सांस हमेशा के लिए शांत हो जा रहे हैं। अस्पतालों के बाहर मरीजों की भीड़ त्रासदी की कहानी कहती है और ये तस्वीरें सवाल करती हैं कि इस चमन को बचाने के लिए माली

from Latest Hindi News, Today's News Headlines, आज के समाचार, ताज़ा खबरें https://ift.tt/3dSQlbI
via IFTTT

Recommended Recipe for you: