बात सन 1925 की है. आठ डाउन पैसेंजर गाड़ी के दूसरे दर्जे के डिब्बे में अशफ़ाकउल्ला, शतीद्रनाथ बख़्शी और राजेंद्र लाहिड़ी सवार हुये. उन्हें ये काम सौंपा गया था कि वो निश्चित स्थान पर ज़ंजीर खींच कर ट्रेन खड़ी
from Latest Hindi News, Today's News Headlines, आज के समाचार, ताज़ा खबरें https://ift.tt/3dPWd5Q
via IFTTT
-
मुंबई। महाराष्ट्र के पश्चिमी ठाणे में स्थित एक कार्यालय में बुधवार सुबह भीषण आग लग गयी। आग की सूचना मिलते ही दमकल वाहन मौके पर पहुंच कर आग ब...
-
नई दिल्ली, 04 अगस्त: देश की राजधानी में दिल्ली में एक बार फिर कोरोना पॉजिटिव केस बढ़ रहे हैं। शुक्रवार को दिल्ली में पिछले 24 घंटे में क...
-
नई दिल्ली। बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद अब सीटों के बंटवारे और उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की तैयारियां तेजी के जारी है। व...